नगर निगम के मजदूरों के द्वारा घेराव व नारेबाजी के बाद वेतन का किया भुगतान।

इनोवा का भुगतान 24 घंटे में,मगर मजदूरों का वेतन 24 दिन बाद भी नहीं।ऐसा क्यों?


धनबाद।नगर निगम में एक तरफ जहाँ 34 लाख की इनोवा खरीदने के लिए 24 घंटे के अंदर कंपनी को भुगतान कर दिया गया।वहीं दूसरी ओर जो मजदूर गंदे नाली में उतरकर शहर को स्वच्छ बनाते हैं ।उन्हें वेतन तिथि से 24 दिन बाद होने के बाद भी पैसे नहीं मिले।यह दोहरी नीति दिखाकर निगम क्या साबित करना चाहती हैं?क्या गरीब और मेहनती मजदूरों के मेहनत का कोई महत्व नहीं?आखिर क्यों?

नाराज मजदूरों ने नगर निगम का घेराव किया और जमकर नारेबाजी भी की। नगर निगम के धनबाद अंचल के मजदूर सुबह से हड़ताल पर चले गए। कुछ मजदूर काम करना चाह रहे थे।लेकिन हड़ताली कर्मियों ने उन्हें भी काम नहीं करने दिया। पार्क मार्केट से निकलकर सभी निगम कार्यालय पहुंचकर मेन गेट को ही जाम कर दिया। धनबाद अंचल के 11 वार्डों में सफाई का काम पूरी तरह से ठप रहा। शहर में जगह-जगह लगा कचरे का ढेर धनबाद अंचल में मुख्यत: शहरी वार्ड ही आते हैं। सफाइकर्मियों के हड़ताल पर जाने की वजह से शहर में हर ओर कचरे का अंबार रहा। मंगलवार को भी सफाई होने पर अभी असमंजस की स्थिति बरकरार है। हड़ताली कर्मी अगस्त के साथ-साथ सितंबर का भी वेतन निगम से मांग रहे थे। देर रात तक वेतन बनाने का चलता रहा काम वेतन बनाने के लिए नगर निगम में देर रात तक काम चलता रहा। निगम के अधिकारी और कर्मचारी काफी मशक्कत के बाद बैंक में वेतन भेज दिया है। संभवत: मंगलवार को भुगतान हो जाएगा।

★रिपोर्टर सरताज खान

★छायाकार संतोष कुमार यादव

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