40 साल 13 राष्ट्रपति कब किसने पदभार सँभाला सम्पूर्ण जानकारी।

पिछले 40 साल से 25 जुलाई एक अहम तिथि है। दरअसल इस तिथि को एक नाम के आगे पूर्व राष्ट्रपति लग जाता है तो नव निर्वाचित राष्ट्रपति अपना कार्यभार संभालते हैं। राष्ट्रपति चुनाव के लिये मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है तो 20 जुलाई को नतीजे घोषित हो जायेंगें। एनडीए उम्मीद्वार रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में आइये जानते हैं वे कौन-कौन से राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अब तक 25 जुलाई को अपना कार्यभार संभाला है। 26 जनवरी 1950 से 25 जुलाई 2012 तक 13 राष्ट्रपति निर्वाचित हो चुके हैं। देश के तेरहवें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई 2017 को समाप्त हो रहा है। आइये जानते हैं अब तक के निर्वाचित राष्ट्रपतियों का सफ़र।

अब तक देश के राष्ट्रपति
26 जनवरी 1950 सर्वप्रथम डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला था। इसी दिन देश का संविधान लागू हुआ था जिसके अनुसार राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक भी होता है। तब से लेकर आज तक 13 राष्ट्रपति बन चुके हैं। 2017 में देश के चौदहवें राष्ट्रपति का चुनाव किया जा रहा है।

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद – ये देश के प्रथम राष्ट्रपति रहे हैं और इनका कार्यकाल अब तक के राष्ट्रपतियों की तुलना में सर्वाधिक रहा है। ये 26 जनवरी 1950 से लेकर 13 मई 1962 तक देश के राष्ट्रपति रहे हैं। यानि 12 साल से भी अधिक समय तक ये राष्ट्रपति के पद पर आसीन रहे।

डॉ. सर्वेपल्ली राधाकृष्णन – 188 में जन्में डॉ. सर्वेपल्ली राधाकृष्णन 13 मई 1962 से लेकर 13 मई 1967 तक देश के राष्ट्रपति रहे। ये देश के दूसरे राष्ट्रपति थे।

डॉ. जाकिर हुसैन – देश के तीसरे राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन बने। 13 मई 1967 से लेकर 3 मई 1969 तक दो साल से भी कम अवधि के लिये ये राष्ट्रपति रहे। इसका कारण कार्यकाल के दौरान इनका निधन होना था। यह पहले ऐसे राष्ट्रपति भी रहे जिनका निधन राष्ट्रपति कार्यालय में हुआ।

श्री वराह गिरी वेंकट गिरी (श्री वी.वी. गिरी) – डॉ. जाकिर हुसैन के निधन के पश्चात देश के राष्ट्रपति बने और 3 मई 1969 से लेकर 20 जुलाई 1969 तक देश के राष्ट्रपति बने। इनके पश्चात मुहम्मद हिदायतुल्ला ने कुछ समय के लिये कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला और 24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974 तक ये देश के राष्ट्रपति रहे।

डॉ. फखरूद्दीन अली अहमद – ये देश के चौथे राष्ट्रपति रहे हैं। 24 अगस्त 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक ये देश के राष्ट्रपति रहे। ये भारत के पांचवें राष्ट्रपति बने। इनका नाम इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यही वो समय भी था जब देश में आपातकाल लगा था। इनके विरोधियों ने दावा किया था कि उन्होनें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के ईशारे पर हस्ताक्षर किये। यह देश के दूसरे मुस्लिम राष्ट्रपति थे और संयोग ऐसा कि डॉ. जाकिर हुसैन की तरह इनका निधन भी राष्ट्रपति कार्यालय में हृद्य गति रूकने से हुआ। इनकी मृत्यु के पश्चात बासप्पा दनप्पा जत्ती जिन्हें बी.डी जत्ती के नाम से जाना जाता है ने कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका निभाई।

श्री नीलम संजीव रेड्डी – 25 जुलाई से 1977 से लेकर 25 जुलाई 1982 तक श्री नीलम संजीव रेड्डी देश के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। ये देश के छठे राष्ट्रपति बने।

ज्ञानी जैल सिंह – देश के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह निर्वाचित हुए और 25 जुलाई 1982 से लेकर 25 जुलाई 1987 तक देश के राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। इनका कार्यकाल बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है। यह वो स्याह दौर रहा है जिसमें अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार हुआ। जिसमें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिक्ख अंगरक्षकों द्वारा हत्या हुई। जिसमें भयंकर दंगे हुए और निर्दोष सिक्ख मारे गये। इस दौर के धब्बे आज भी तत्कालीन सरकार पर कालिख पौत देते हैं। संयोग की बात सिक्खों पर ऐसे बर्बर हमले सिक्ख राष्ट्रपति के कार्यकाल में हुए। हालांकि इंदिरा गांधी की मृत्यु के पश्चात राजीव गांधी से उनके रिश्तों में कुछ मतभेद भी सामने आये लेकिन जैसे-तैसे इन्होंने सातवें राष्ट्रपति के रूप में इन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।

श्री रामास्वामी वेंकटरमण – श्री आर वेंकटरमण देश के आठवें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। इनका कार्यकाल 25 जुलाई 1987 से लेकर 25 जुलाई 1992 तक का रहा।

डॉ. शंकर दयाल शर्मा – देश के नौवें राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा निर्वाचित हुए। 25 जुलाई 1992 से लेकर 25 जुलाई 1997 तक इनका कार्यकाल रहा है।

श्री के आर नारायणन – के आर नारायणन वो शख्सियत माने जानते हैं जिन्होंने देश के राष्ट्रपति की छवि को बिल्कुल नये तरीके से पेश किया। इनके बारे में कहा जाता है कि ये अब तक सबसे सशक्त राष्ट्रपति रहे हैं।जिन्होंने यह अहसास करवाने का प्रयास किया कि भारत के राष्ट्रपति केवल नाममात्र का नहीं होता। वह संविधान के रक्षक के तौर पर अपने दायित्वों का निर्वाह करता है। के आर नारायणन देश के दसवें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए और 25 जुलाई 1997 से लेकर 25 जुलाई 2002 तक ये राष्ट्रपति रहे।

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम – इन्हें अब तक का सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति माना जाता है। सौम्य स्वभाव और बच्चों के प्रति अपने लगाव के लिये इन्हें विशेष रूप से जाना जाता है। मिशाइल मैन भी इन्हें कहा जाता है। इनके विचारों से आज भी लोग प्रभावित हैं प्रेरणा लेते हैं। कलाम साहब देश के ग्यारहवें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए 25 जुलाई 2002 से लेकर 25 जुलाई 2007 तक देश के राष्ट्रपति रहे।

श्रीमति प्रतिभा पाटिल – भारत की पहली महिला राष्ट्रपति निर्वाचित होने का सम्मान प्रतिभा पाटिल जी को मिला। 12वें राष्ट्रपति के रूप में इनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 से लेकर 25 जुलाई 2012 तक रहा।

डॉ. प्रणव मुखर्जी – ये देश के 13वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं। इनका कार्यकाल 25 जुलाई 2012 से आरंभ हुआ था जो 25 जुलाई 2017 तक है। 25 जुलाई 2017 को नव निर्वाचित राष्ट्रपति कार्यभार संभालेंगें।

अब तक तीन राष्ट्रपति मुस्लिम समुदाय से निर्वाचित हुए हैं तो एक महिला राष्ट्रपति भी चुनी गई हैं। अब तक निर्वाचित हुए। दो राष्ट्रपतियों का निधन अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति कार्यालय में ही हुआ। 13 में से 8 राष्ट्रपति 25 जुलाई को पदासीन हुए हैं। 25 जुलाई को पहली बार देश के छठे राष्ट्रपति के रूप में नीलम संजीव रेड्डी का कार्यकाल आरंभ हुआ था। उनके बाद के सभी राष्ट्रपति। इसी तिथि से अपना कार्यभार संभाल रहे हैं।

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