धनबाद अभिभावक संघ का एकदिवसीय धरना कहा निजी विद्यालय की वस्तविता हैं कुछ और

धनबाद अभिभावक संघ के बैनर तले रणधीर वर्मा चौक धरना स्थल पर अभिभावक जागरुकता सह छः सूत्री माँग पर एक दिवसीय धरना का आयोजन समाजसेवी रंजीत सिंह परमार के अध्यक्षता में की गई।सभा का संचालन उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार के द्वारा की गई।अभिभावकों को संबोधित करते हुए समाजसेवी रंजीत सिंह परमार ने निजी विद्यालय संचालक एसोसिएशन के कार्यकलापों पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए पूछा कि निजी विद्यालय संचालक स्कूल का संचालन करेंगे अथवा स्कूल बंद कर धरना प्रदर्शन या जुलूस करेंगे?आखिर यह सब किसके हित मे किया जा रहा हैं?निजी स्कूल शिक्षकों,अभिभावकों अथवा छात्रों के हित मे काम करेंगे या फिर अपनी मनमानी व माफियागिरी करने के लिए अथवा प्रशासन व अभिभावकों को शक्ति प्रदर्शन कर अभिभावकों की आवाज़ दबाने के लिए काम करेंगे।यह एक बहुत बड़े षड्यंत्र के तहत धनबाद के सबसे बड़े शिक्षा माफिया द्वारा झारखंड के छोटे-छोटे स्कूल संचालकों के कंधे पर बंदूक रख कर चलाने का काम कर रहें हैं।झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों के स्कूल बंद कर 24 जून 2017 को संचालक शिक्षक,शिक्षिकाओं को एकत्रित कर धनबाद में ही शक्ति प्रदर्शन क्यों?क्योंकि धनबाद की धरती पर ही निजी विद्यालयों के मनमानी,बेतहासा शुल्क बढ़ोतरी और सबको समान शिक्षा हेतु धरना प्रदर्शन,जेल भरो आंदोलन,दिल्ली साईकिल मार्च और 24 अप्रैल 2017 से पाँच सूत्री माँगों पर आमरण अनशन द्वारा संवैधानिक स्वरूप में माननीय अनुमंडल पदाधिकारी धनबाद के द्वारा डीएसई की अध्यक्षता में 11 सदस्यी जाँच दल का गठन कर बढ़े हुए शुल्क पर रोक और वापसी हुई।इससे बौखलाहट में आकर निजी विद्यालय संचालकों ने 24 जून 2017 को जुलूस निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया।जो कि समाज और देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण हैं।ऐसे संगठनों को बायलॉज जाँच कर अतिशीघ्र प्रतिबंध लगाई जानी चाहिए।सचिव उमेश गोस्वामी ने कहा कि बगैर मान्यता प्राप्त स्कूल जो सीबीएसई 10+2 का बोर्ड लगाकर अपने आवासों में ही नीचे स्कूल और ऊपर मकान में चल रहे स्कूल और प्ले स्कूल को बंद किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि डीएवी मुगमा जो कि सीबीएसई 10+2 का बोर्ड लगाकर अप्रैल 2014 से ही बगैर राज्य सरकार या सीबीएसई से मान्यता लिए चलाया जा रहा हैं।ऐसे स्कूल पर शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 18 पर संज्ञान लेते हुए एक लाख जुर्माना तथा 10 हज़ार प्रतिदिन के हिसाब से शिक्षा विभाग तुरंत हर्जाना लगाए।जिससे सरकारी खजाने में वृद्धि हो।अध्यक्ष हृदया नंद भर्ती ने कहा कि डीएवी मुगमा के मान्यता पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी निरसा-3 पर पत्रांक संख्या 13 दिनांक 4 फरवरी 2017 द्वारा मान्यता हेतु गलत जाँच प्रतिवेदन पत्र देने पर विभागीय जाँच कर प्राथिमिकी दर्ज करने की माँग की।क्योंकि,इसी मामले में हस्तक्षेप करने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी धनबाद द्वारा दिये गए जाँच प्रतिवेदन संख्या 1415 दिनांक 6 जुलाई 2017 को बिल्कुल सही रिपोर्ट की।डीएवी मुगमा मान्यता के लायक नहीं हैं।इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए प्राचार्य के खिलाफ धोखाधड़ी फर्जीवाड़ा के तहत प्राथमिकता दर्ज की जाए।झारखंड अस्मिता मंच के राष्ट्रीय सचिव मो. मुईन रजा ने कहा कि बालिका मध्य विद्यालय धनसार धनबाद-1 पर एमडीएम,पोशाक वितरण एवं विद्यालय कर्मियों से दुर्व्यवहार करने पर उच्च स्तरीय जाँच कराकर एफआईआर दर्ज कराने की माँग की हैं।बता दे कि इस मामले में डीएसई धनबाद द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा जाँच पदाधिकारी के जाँच प्रतिवेदन 72 दिनांक 8 अप्रैल 2017 द्वारा शिक्षा कर्मचारियों के बीच राजनीति और आपसी मतभेद बताकर मामले को खारिज कर प्राचार्य निकी स्वेता सिंह का निलंबन वापस ले लिया गया।यह सिर्फ और सिर्फ पैसे के खेल के कारण हुआ।यह बहुत ही गंभीर मामला हैं।इसकी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए।ललित पासवान ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि निजी विद्यालयों द्वारा मनमानी और बेतहासा शुल्क बढ़ोतरी पर माननीय अनुमंडल पदाधिकारी धनबाद द्वारा गठित जाँच कमिटी के अध्यक्ष डीएसई धनबाद के समक्ष 15 बिंदुओं पर फॉर्म भर कर 2 मई 2017 तक जमा करना था।जो आज तक नहीं किया गया।निजी विद्यालयों के इस रवैये से उनका चरित्र और काला चेहरा उजागर हो गया हैं।प्रशासन की अवहेलना पर निजी विद्यालय के संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।अभिभावकों ने एक साथ कहा कि निजी विद्यालय बाहर से कुछ और तथा अंदर की वास्तविकता कुछ और होती हैं।स्कूलों में बच्चों को बेवजह मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना दी जाती हैं।इस संबंध में धनबाद न्यायालय में GR/2149/15, PS CASE22/2017 एवं अनेकों मामले धनबाद निजी विद्यालयों के खिलाफ चल रही हैं।जो कि एक सभ्य समाज के लिए बहुत ही शर्मनाक व दुःखदायी प्रतीत होता हैं।सभा का संबोधन रंगनायिका बोस,संजय कुशवाहा,विनय कुमार सोनी,यदुराम, नितुल रावल,हरहर आर्या,दुर्गा प्रसाद महतो,विकास मांझी,शंकर तिवारी,संजय रवानी आदि ने किया।इस मौके पर संस्था के समस्त पदाधिकारी, सदस्यगण एवं सैकड़ों अभिभावकगण मौजूद थे।

-छायाकार संतोष कुमार यादव के साथ धनबाद से सरताज खान की रिपोर्ट।

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