दुर्गापुजा में आदिवासियों की एक अनोखी व पौराणिक प्रथा, वर्षो से हैं परंपरा।
धनबाद।झारखण्ड में आदिवासी समाज के लोग एक अनोखी व पौराणिक प्रथा के साथ दुर्गापुजा मनाते हैं।कई बार दुर्गापुजा आने के साथ ही सार्वजनिक स्थलों व लोगों की भीड़भाड़ में सफेद धोती गंजी और माथे पर हरी पगड़ी पहने हुए कई लोग समूह में मिल जाते हैं।इनके पूर्वज वर्षो से परंपरागत तरीके से विषहरणी माँ के पूजा अर्चना के लिये भिक्षा कर धन का जुगाड़ करते हैं।उनका कहना हैं कि सभी पूजा सामग्री और चढ़ावा माँग कर ही किया जाता हैं।माँ विषहरणी को यह भेंट इसलिए चढ़ाई जाती हैं।ताकि,जो भी जहरीले जानवर काटने वाले हैं।उनसे लोगों को नुकसान कम हो।आज के इस आधुनिक समाज मे भी यह मान्यता और परंपरा बरकरार हैं।
★युधिष्ठिर महतो(कुमार युडी)।
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