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पटना : विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर 10 जुलाई 2018 पर एक मीडिया राउण्डटेबल चर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारियों ने राज्य में गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाओं की उपलब्धता को बेहतर बनाने हेतु बिहार सरकार की परिकल्पना राज्य के प्रयासों और प्रगति के आंकड़े साझा किए इस कार्यक्रम में बोलते हुए बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस बात पर जोर दिया कि गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सुविधाएं उपलब्ध कराना मां और बच्चे के स्वस्थ जीवन में एक महत्वपूर्ण कारक है। और इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग का प्रमुख ध्यान है उन्होंने कहा मिशन परिवार विकास एक ऐसा सामूहिक प्रयास है जिसके अंतर्गत परिवार नियोजन के सभी प्रयासों को संचालित किया जाता है। इसकी पांच अलग-अलग कार्य योजनाएं हैं सुनिश्चित सेवाएं उपलब्ध कराना अतिरिक्त क्षमता निर्माण उपयोगी संसाधनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना नई पर 4 योजनाओं को लागू करना तथा एक सहायक माहौल तैयार करना इस कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के प्रधान सचिव श्री संजय कुमार ने राज्य में टी एफ आर के गिरते स्तर पर विशेष जोर डालते हुए पिछले 1 वर्ष में राज्य में गर्भनिरोधक से जुड़ी नई पद्धतियों के शुरुआत की जानकारी दी। पिछले वर्ष अंतरा नामक गर्भनिरोधक इंजेक्शन और नई सप्ताहिक गैर हारमोनल गोली की शुरुआत की गई स्वास्थ्य विभाग द्वारा जमा किए गए आंकड़ों के अनुसार मई 2018 तक 37,477 इंजेक्शन की खुराक दी जा चुकी है। कई सालों के सतत प्रयासों के बावजूद राज्य के अधिकांश परिवार गर्भधारण में अंतर रखने वाली पद्धतियों की तुलना खास तौर पर महिला नसबंदी को प्राथमिकता देते हैं। गर्भधारण में अंतर बनाने वाली यह पद्धतियां बेहद प्रभावित होने के साथ-साथ मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को घटाने में भी मदद करती है। राज्य के सरकारी अस्पतालों में महिला नसबंदी सेवाओं की बहुत अधिक मांग है। और राज्य स्वास्थ्य विभाग अपने सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर राज्य भर में इन सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने और उन को नियमित करने पर ध्यान दे रही है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक श्री लोकेश कुमार सिंह ने सरकारी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण परिवार नियोजन सेवाओं को उपलब्ध कराने की बात कही सरकार की ओर से एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले साल को 4,71,538 नसबंदी ऑपरेशन किए गए थे। वही महिला नसबंदी सेवाएं देने वाली संस्थाओं की संख्या भी बढ़ाई गई जिसके तहत इसमें 140 टीएल महिला बंध्याकरण करने वालों एनएसवी (बिना चीरा बिना टांका पुरुष नसबंदी) के लिए 30 और पीपीएस प्रसव पश्चात बंध्याकरण के लिए 70 सेवा प्रदाताओं को शामिल किया गया है। राज्य कार्यक्रम अधिकारी परिवार नियोजन के डॉक्टर मोहम्मद सज्जाद ने दंपतियों में परिवार नियोजन के विकल्प की जानकारी बढ़ाने और अंतर विधि को बढ़ावा देने के लिए परामर्श सेवा के प्रस्तावों का उल्लेख किया प्रभावशाली व्यवहार परिवर्तन संदेशों के लिए मिशन परिवार विकास के अंतर्गत विभिन्न फर्स्ट रेफरल यूनिट में परिवार परामर्श सलाहकार के अतिरिक्त सास बहू, सम्मेलन नई पहल किट सारथी वैन, जैसे विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए गए।।

रिर्पोटर। (जितेन्द्र कुमार) NATIONAL TODAY LIVE पटना

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